एक राष्ट्र, एक चुनाव: लोकतंत्र की मजबूती की ओर एक कदम*
*एक राष्ट्र, एक चुनाव: लोकतंत्र की मजबूती की ओर एक कदम*
Hindi Dainik 24News
जौनपुर। एक राष्ट्र एक चुनाव को लेकर बीजेपी कार्यकर्ताओं ने कमर कस लिया है।इसी क्रम में महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष रागिनी सिंह के नेतृत्व ने एक जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। जिसके तहत लोगों को लोगो को समझने का प्रयास किया जा रहा है।भारत जैसे विशाल और विविधता भरे देश में चुनाव एक लंबी, खर्चीली और संसाधन-गहन प्रक्रिया है। हर साल किसी न किसी राज्य में चुनाव होते रहते हैं, जिससे न केवल प्रशासनिक कामकाज प्रभावित होता है, बल्कि विकास कार्यों पर भी रोक लग जाती है। ऐसे में "एक राष्ट्र, एक चुनाव" की अवधारणा एक सार्थक और व्यावहारिक समाधान के रूप में सामने आती है।
इस विचार का मूल उद्देश्य है कि लोकसभा और सभी राज्य विधानसभाओं के चुनाव एक साथ कराए जाएं। इससे न केवल समय की बचत होगी, बल्कि चुनावी खर्च में भी भारी कमी आएगी। वर्तमान में बार-बार चुनावों के चलते राजनीतिक दलों को बार-बार प्रचार में ऊर्जा और संसाधन लगाने पड़ते हैं। अगर सभी चुनाव एक साथ होंगे तो वे एक योजनाबद्ध तरीके से नीति निर्माण और क्रियान्वयन पर ध्यान केंद्रित कर सकेंगे।
इसके अलावा, बार-बार लगने वाली आचार संहिता से विकास कार्य बाधित होते हैं। जब पूरे देश में एक ही बार आचार संहिता लागू होगी, तो सरकार को पूरे कार्यकाल में योजनाओं को लागू करने और जनता तक लाभ पहुंचाने का भरपूर समय मिलेगा। इससे शासन प्रणाली अधिक स्थिर और प्रभावशाली बन सकती है।
एक और महत्वपूर्ण लाभ यह होगा कि देशभर में मतदाता भी अधिक जागरूकता और भागीदारी के साथ मतदान कर पाएंगे। एक समय में होने वाले चुनावों से वोटिंग प्रतिशत बढ़ने की संभावना है, क्योंकि मीडिया और सामाजिक मंचों पर एक ही समय में व्यापक जनचर्चा होगी। इससे लोकतांत्रिक भागीदारी भी मजबूत होगी। इस मौके पर शशि पांडेय सुशील सिंह आशा रानी सत्यवती गुप्ता पुष्पा तिवारी प्रोफेसर मुक्त राज डॉक्टर पूनम श्रीवास्तव,प्रियंका श्रीवास्तव ,सुश्री सुनैना चौधरी सर्वजीत श्रीवास्तव अभिलाष श्रीवास्तव नूतन श्रीवास्तव विद्युत में उपाध्याय विमल श्रीवास्तव मेनका सिंह आदि उपस्थित रही।

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